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"कहीं जाने का मन होता है / विनोद कुमार शुक्ल" के अवतरणों में अंतर
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00:58, 28 अप्रैल 2010 के समय का अवतरण
कहीं जाने का मन होता है
तो पक्षी की तरह
कि संध्या तक लौट आएँ।
एक पक्षी की तरह जाने की दूरी!
सांध्य दिनों में कहीं नहीं जाता
परन्तु प्राण-पखेरू?