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काले धब्बे / भावना कुँअर

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आँखों के नीचे
दो काले स्याह धब्बे
आकर ठहर गए
और नाम ही नहीं लेते जाने का
न जाने क्यों उनको
पसंद आया ये अकेलापन ।