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"किसको फुर्सत है दुनिया में कौन बुलाने आएगा / पुरुषोत्तम अब्बी "आज़र"" के अवतरणों में अंतर

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मेरे बाद बता दो तुमको कौन  बुलाने आएगा     
 
मेरे बाद बता दो तुमको कौन  बुलाने आएगा     
  
गंगा जी माँ कहते सब जल भी गंदा करते हैं
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गंगा जी को माँ कहते सब जल भी गंदा करते हैं
 
पाप धुलेंगे कैसे यारो  कौन नहाने आएगा   
 
पाप धुलेंगे कैसे यारो  कौन नहाने आएगा   
  

14:48, 10 नवम्बर 2011 के समय का अवतरण

किसको फुर्सत है दुनिया में कौन बुलाने आएगा
बात -बात पे रुठोगे तो कौन मनाने आएगा

जब भी मैं आवाज़ हूँ देता आनाकानी करते हो
मेरे बाद बता दो तुमको कौन बुलाने आएगा

गंगा जी को माँ कहते सब जल भी गंदा करते हैं
पाप धुलेंगे कैसे यारो कौन नहाने आएगा

इस बस्ती को छोड़ चला मैं तू जाने और तेरा काम
सांकल तेरे दरवाज़े की कौन बजाने आएगा

इन अंधियारी गलियों को इक मैं ही रौशन करता था
दिन ढलते ही दीपक "आज़र" कौन जलाने आएगा