भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

खड़ी बोली लोकगीत

22 bytes added, 22:22, 10 सितम्बर 2016
{{KKGlobal}}
{{KKLokGeetBhaashaSoochi}}
<sort order="asc" class="ul">* [[कित रै गये थे पिया रात ने / खड़ी बोली]]* [[बारह बरस में री जोगी आयो रे / खड़ी बोली]]
* [[जच्चा मेरी भोली / खड़ी बोली]]
* [[होलर का बाबा / खड़ी बोली]]
* [[बारह बरस पीछै (विरह -गीत) / खड़ी बोली]]
* [[अरे बरसन लागे बुंदिया चला भागा पिया / खड़ी बोली]]
* [[देन्णा होई जाया बें सेळी धरती कोऊ दिन उठ गयो मेरा हाथ / खड़ी बोली]]</sort>* [[तरसत जियरा हमार नैहर में (कजरी) माई री मैं टोना करिहों / खड़ी बोली]]*[[सेजिया पे लोटे काला नाग /कजरी पुरबिया]]