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पर यह दुनिया आज तक नहीं बदली, अलबत्ता
थोड़ा और मुश्किल हो गई है
पहले से ज़्यादा अब सपने की ज़रूरत भी पहले से ज़्यादा बढ़ गई हैइसलिए मैं जा रहा हूँतुम्हारे पास अपना यह सपना देकरजैसे कोई किसी को देकर जाता है अपना विश्वासतुम भी मरने से पहलेकिसी को देकर जाना ज़रूरमेरी तरह वह सपनाकिस तरह इतिहास मेंसदियों से चल रहा है यह सपनाकुछ लोगों की आँखों में होता हुआसारे सपनों से सुंदर हैदुनिया को बदलने का सपनाअगर दुनिया बदलीतो तुम भी बदल जाओगी ज़रूरऔर तब मुझे समझ पाओगीप्यार कर पाओगी मुझसेजो नहीं कर पा रही अब तक, नहीं समझने के कारणदुनिया के नहीं बदलने की वज़ह सेइसलिए मैं यह सपना देकर जा रहा हूँजो मुसीबत के दिनों में तुम्हारे काम आएगाज़रूर किसी दिनरख लो, इसे अपने पास गर्मी में एक पंखे की तरह ।
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