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गीत लिक्खूं / नचिकेता

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भोर की पहली किरण के गीत लिखूँलिक्खूँरोशनी के बांकपन के गीत लिखूँलिक्खूँ
कली की पहली
चटक के गीत लिखूँलिक्खूँ
नर्म टहनी की लचक के
गीत लिखूँलिक्खूँजले चूल्हे की अगन के गीत लिखूँलिक्खूँ
गीत लिखूँलिक्खूँ
फसल की अंगड़ाईयों के
फूल की बजती हुई
शहनाइयों के
समय के सच्चे सृजन के गीत लिखूँलिक्खूँ
गीत लिखूँलिक्खूँ
स्वप्न के, उम्मीद के मैं
गीत होली-दिवाली के
ईद के मैं
राह पर बढ़ते चरण के गीत लिखूँलिक्खूँ
गीत लिखूँलिक्खूँ
प्यार के, संघर्ष के भी
आदमी की यातना के
हर्ष के भी
नये कल के आगमन के गीत लिखूँलिक्खूँ
</poem>
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