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"चाँदनी विदा ले रही सबसे / गुलाब खंडेलवाल" के अवतरणों में अंतर

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मुख पर घन-अवगुंठन झीना
 
मुख पर घन-अवगुंठन झीना
 
रो-रो दृग नलिनी श्री-हीना
 
रो-रो दृग नलिनी श्री-हीना
करुण सजल किरणों की वीणा  
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करुण, सजल किरणों की वीणा  
 
खिल-खिल हँसती हुई पुलिन पर
 
खिल-खिल हँसती हुई पुलिन पर
मिल न सकेगी अब से  
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मिल न सकेगी अब से  
 
चाँदनी विदा ले रही सबसे
 
चाँदनी विदा ले रही सबसे
 
   
 
   

01:35, 20 जुलाई 2011 के समय का अवतरण


चाँदनी विदा ले रही सबसे
 
भू से, वन से, कुंज-भवन से
कंपित बेलों से, हिमकण से
कलि से, तितली से, अलिगण से,
तरु से, पत्तों से, फूलों से,
परिमल से, पिकरव से
चाँदनी विदा ले रही सबसे
 
मुख पर घन-अवगुंठन झीना
रो-रो दृग नलिनी श्री-हीना
करुण, सजल किरणों की वीणा
खिल-खिल हँसती हुई पुलिन पर
मिल न सकेगी अब से
चाँदनी विदा ले रही सबसे
 
तम से झिलमिल प्रियतम से मिल
मूक, विवश मुड़ती-सी, धूमिल
झरते वकुल, रो रही कोकिल
दीपक हिल-हिल माँग रहा है
अंतिम चुंबन कब से

चाँदनी विदा ले रही सबसे