भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"चालो गजानंद (विवाह गीत) / मालवी" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
(नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKLokRachna |रचनाकार=अज्ञात }} {{KKLokGeetBhaashaSoochi |भाषा=मालवी }} <Poem> चालो गजानंद ...)
 
(कोई अंतर नहीं)

23:42, 17 दिसम्बर 2008 के समय का अवतरण

   ♦   रचनाकार: अज्ञात


चालो गजानंद जोसी क्याँ चालाँ
चालो गजानंद बजाजी क्याँ चालाँ
कई आछा-आछा लगनाँ लिखावाँ गजानंद
कोटारी गाद्धी पे नोबत बाजे।

नोबत बाजे इंदर गड़ गाजे
नोबत बाजे इंदर गड़ गाजे
तो झीणी-झीणी झालर बाजे गजानंद
कोटारी गादी पे नोबत बाजे।

चालो गाजानंद सोनी क्याँ चालाँ
चालो गजानंद माली क्याँ चालाँ
तो आछा-आछा गेणा मोलवाँ गजानंद
तो आछा-आछा सेवरा मोलावाँ गजानंद
कोटारी गादी पे नोबत बाजे।

इसी तरह शादी में दूल्हा-दुल्हन से जुड़ी चिज़ों के नाम लेते-लेते यह गीत लम्बा होता चला जाता है।