भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
|रचनाकार=जयकृष्ण राय तुषार
}}
{{KKCatNavgeetKKCatGhazal‎}}
<poem>
छत बचा लेता है मेरी ,वही पाया बनकर
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
53,069
edits