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छूकर / बालकृष्ण काबरा ’एतेश’ / ओक्ताविओ पाज़

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मेरे हाथ
उठाते हैं
तुम्हारे अस्तित्व से परदा
ढाँपते तुम पर
नग्नता का एक और आवरण
खोलते जाते
तुम्हारे देह के भीतर की देहों को

मेरे हाथ
खोज लाते
तुम्हारी देह के लिए
एक दूसरी देह

मूल अँग्रेज़ी से अनुवाद : बालकृष्ण काबरा ’एतेश’