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तिमीहरु / विमल गुरुङ

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तपाई त भर्खर आउनु भो
भैंसी त भिरबाट लडिसक्यो
तपाई त छडी लिएर भर्खर पाल्नुभो
छोरो त अघि नै रुखमा चढिसक्यो
तिमीहरु कुन ईश्वरको आरधनामा तल्लीन छौ
भक्तहरु !
ईश्वर त हिजो नै मरिसक्यो ।