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"तेरा दर छोड़के जाने का कभी नाम न लूँ / गुलाब खंडेलवाल" के अवतरणों में अंतर
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हुक्म तेरा है कि दम भर कहीं आराम न लूँ | हुक्म तेरा है कि दम भर कहीं आराम न लूँ | ||
− | यों न लहरा | + | यों न लहरा दे मेरे सामने आँचल अपना |
मैं हूँ मदहोश, कहीं बढ़के इसे थाम न लूँ! | मैं हूँ मदहोश, कहीं बढ़के इसे थाम न लूँ! | ||
तू मेरे प्यार की धड़कन तो समझता है ज़रूर | तू मेरे प्यार की धड़कन तो समझता है ज़रूर | ||
− | मैं भले ही कभी | + | मैं भले ही कभी होँठों से तेरा नाम न लूँ |
यह तो बतला कि खिलाये हैं भला क्यों ये गुलाब | यह तो बतला कि खिलाये हैं भला क्यों ये गुलाब | ||
है अगर जिद ये तेरी, इनसे कोई काम न लूँ ! | है अगर जिद ये तेरी, इनसे कोई काम न लूँ ! | ||
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01:31, 10 जुलाई 2011 का अवतरण
तेरा दर छोड़के जाने का कभी नाम न लूँ
यों पिला दे कि कहीं और सुबह-शाम न लूँ
मुझको नस-नस के चटकने का हो रहा है गुमान
हुक्म तेरा है कि दम भर कहीं आराम न लूँ
यों न लहरा दे मेरे सामने आँचल अपना
मैं हूँ मदहोश, कहीं बढ़के इसे थाम न लूँ!
तू मेरे प्यार की धड़कन तो समझता है ज़रूर
मैं भले ही कभी होँठों से तेरा नाम न लूँ
यह तो बतला कि खिलाये हैं भला क्यों ये गुलाब
है अगर जिद ये तेरी, इनसे कोई काम न लूँ !