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"नई नई नित तान सुनावै / भारतेंदु हरिश्चंद्र" के अवतरणों में अंतर

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12:44, 12 जुलाई 2010 के समय का अवतरण

नई नई नित तान सुनावै ।
अपने जाल मैं जगत फँसावै ।
नित नित हमैं करै बल-सून ।
क्यों सखि सज्जन नहिं कानून ।