भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

नकली दवा / शीलेन्द्र कुमार सिंह चौहान

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

नकली दवा
नकली दवा प्रदूषित पानी
सेहत के अफसाने
ढूढ रहे शैवाल वनों में
हम मोती के दाने
लोभी कुर्सी भ्रष्ट व्यवस्था
राजनीति दलबदलू
टेण्डर ठेका और कमीशन
सिक्के के दो पहलू
बंदरबांट आंकडे फर्जी
बिकते जनपद थाने
सुविधा शुल्क बढी मंहगाई
राम राज्य के सपने
निभा रहे दोमुंही भूमिका
जो कल तक थे अपने
आसमान छूने की बाते
खाली पडे खजाने
अफसरशाही नेतागीरी
एक खाट के दो पाये
खोटे सिक्कों की नगरी में
सोना मुंह लटकाये
लाठी, डन्डे, बम, बन्दूके
लोकतंत्र के माने
ढूंढ रहे शैवाल बनों में
हम मोती के दाने।