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"नज़र आईने से मिलाता तो होगा! / गुलाब खंडेलवाल" के अवतरणों में अंतर
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कभी वह भी घूँघट उठाता तो होगा! | कभी वह भी घूँघट उठाता तो होगा! | ||
− | नहीं | + | नहीं मुड़के देखे इधर जानेवाला |
मगर दिल में आँसू बहाता तो होगा! | मगर दिल में आँसू बहाता तो होगा! | ||
जो तूफ़ान में नाव बढ़ती रही है | जो तूफ़ान में नाव बढ़ती रही है | ||
− | कोई | + | कोई डाँड़ इसकी चलाता तो होगा! |
कोई क्यों लगाता है फेरे यहाँ के | कोई क्यों लगाता है फेरे यहाँ के | ||
− | कभी यह | + | कभी यह ख़याल उसको आता तो होगा! |
गुलाब! अपनी रंगीनियाँ पाके तुझमें | गुलाब! अपनी रंगीनियाँ पाके तुझमें | ||
कभी दिल कोई झूम जाता तो होगा!! | कभी दिल कोई झूम जाता तो होगा!! | ||
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01:29, 1 जुलाई 2011 का अवतरण
नज़र आईने से मिलाता तो होगा!
कभी वह भी घूँघट उठाता तो होगा!
नहीं मुड़के देखे इधर जानेवाला
मगर दिल में आँसू बहाता तो होगा!
जो तूफ़ान में नाव बढ़ती रही है
कोई डाँड़ इसकी चलाता तो होगा!
कोई क्यों लगाता है फेरे यहाँ के
कभी यह ख़याल उसको आता तो होगा!
गुलाब! अपनी रंगीनियाँ पाके तुझमें
कभी दिल कोई झूम जाता तो होगा!!