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"नदिया तीरे / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’" के अवतरणों में अंतर

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सिर्फ लहरें गिनें
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औरों की सुनें 
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होकर गुमसुम
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हम क्यों भला,
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अपनी कुछ कहें
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सिर ऊँचा हो
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तुम्हारा कर गहें
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आगे ही बढ़ें
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कामनाओं से लदी
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तरणी लेके
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भँवर पार करें
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जो बाँट रहे पीड़ा
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उनसे कहें-
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साथ नहीं छोड़ेंगे
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ये हाथ न छोड़ेंगे .
  
 
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17:31, 18 जुलाई 2018 के समय का अवतरण


नदिया तीरे
बैठके गुमसुम
सिर झुकाए
सिर्फ लहरें गिनें
औरों की सुनें
होकर गुमसुम
हम क्यों भला,
अपनी कुछ कहें
सिर ऊँचा हो
तुम्हारा कर गहें
आगे ही बढ़ें
कामनाओं से लदी
तरणी लेके
भँवर पार करें
धारा में बहें
जो बाँट रहे पीड़ा
उनसे कहें-
साथ नहीं छोड़ेंगे
ये हाथ न छोड़ेंगे .