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नहीं किसी से डरते हम / बालस्वरूप राही

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नहीं किसी से डरते हम!

सच है छोटे बच्चे हैं,
मगर वचन के सच्चे हैं!
संताने हैं वीरों की,
नहीं किसी सैनिक से कम!

अगर कारगिल आओगे,
बचकर लौट न पाओगे!
भारत माँ की कसं हमें,
तुम्हें मिटा कर लेंगे दम।