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Kavita Kosh से
उमड़ आते हैं झट आँसू, कलेजा मुँह को आता है
उसे होठों होँठों पे मत लाओ जो कोई नाम बाक़ी है
नहीं आया ज़वाब उनका तो हम ख़ुशकिस्मती समझे