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"न होगा यक बयाबां मांदगी से ज़ौक़ कम मेरा / ग़ालिब" के अवतरणों में अंतर
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20:01, 24 मार्च 2010 के समय का अवतरण
न होगा यक-बयाबां मांदगी<ref>बहुत अधिक थक जाना</ref> से ज़ौक़<ref>उत्साह</ref> कम मेरा
हबाब-ए-मौजा-ए-रफ़्तार<ref>गतिमान तरंग पर बना बुलबुला</ref> है नक़्श-ए-क़दम<ref>पद-चिन्ह</ref> मेरा
मुहब्बत थी चमन से लेकिन अब ये बेदिमाग़ी है
कि मौजे-बूए-गुल<ref>गुलाब की सुगंध की लहर</ref> से नाक में आता है दम मेरा
शब्दार्थ
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