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"परिभाषा / अशोक कुमार शुक्ला" के अवतरणों में अंतर

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कविता कहलाता है।
 
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07:36, 31 अक्टूबर 2013 के समय का अवतरण

शब्दों के जाल में
अर्थो को तलाशता हुआ इंसान
जब थककर
निढाल हो जाता है
सृजन का वही क्षण
कविता कहलाता है।