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प्यार में बदन / होर्हे एदुआर्दो आइएलसन / अनिल जनविजय

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मैं अपने लिंग को कोमलता से निहारता हूँ
मैं प्यार से अपने बदन को छूता हूँ
और सोचता हूँ कि मैं नहीं,
बल्कि यह कोई दूसरा ही व्यक्ति है, जो निहार रहा है ।
 
यह वही प्राचीन बन्दर है,
जो तालाब के पानी में झाँक रहा है और हंस रहा है ।
मुझे वह आईना बेहद पसन्द है, जिसमें मैं चिन्तन कर रहा हूँ,
मेरी घनी दाढ़ी और मेरी उदासी
मेरी सलेटी पतलून और बारिश ।

मैं अपने लिंग को कोमलता से निहारता हूँ,
मेरा शिश्न - मुण्ड और मेरे अण्डकोष,
कड़वाहट से भर जाता है मन
और मैं सोचता हूँ कि यह मैं नहीं, जो दुखी है,
बल्कि कोई दूसरा ही है
वही प्राचीन बन्दर
जो आईने में दिखाई देता है और रोता है ।

मूल स्पानी से अनुवाद : अनिल जनविजय

लीजिए, अब यही कविता मूल स्पानी में पढ़िए
Jorge Eduardo Eielson
Cuerpo Enamorado

Miro mi sexo con ternura
Toco la punta de mi cuerpo enamorado
Y no soy yo que veo sino el otro

El mismo mono milenario
Que se refleja en el remanso y ríe
Amo el espejo en que contemplo
Mi espesa barba y mi tristeza
Mis pantalones grises y la lluvia

Miro mi sexo con ternura
Mi glande puro y mis testículos
Repletos de amargura
Y no soy yo que sufre sino el otro
El mismo mono milenario
Que se refleja en el espejo y llora