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भारत की गौरव गाथा को / सोना श्री

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भारत की गौरव गाथा को सारी दुनिया गाती है।
यहाँ शौर्य की विजय पताका कण-कण में लहराती है।।

"वीर शिवाजी", "महाराणा" सम जहाँ पुत्र बलवान हुए,
जहाँ देश की आजादी को लाखों सर कुर्बान हुए,
अमर शहीदों के बलिदानों की ये अनुपम थाती है।

बुंदेलों के मुँह पर "लक्ष्मीबाई" की गाथाएं हैं,
"जीजाबाई", "पन्नादाई" जैसी जहां माताएं हैं,
बेटी "नीरजा" के साहस पर दुनिया शीश झुकाती है।

धर्मक्षेत्र-कुरुक्षेत्र की भूमि, जहाँ पे हल्दीघाटी है,
वीरों के शोणित से उर्वर जहाँ देश की माटी है,
मात भारती वीर-शीश पर अपना तिलक लगाती है।