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राशन की दुकान पर, देख भयंकर भीर  
 
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‘क्यू’ में धक्का मारकर, पहुँच गये बलवीर  
 
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पहुँच गये बलवीर, ले लिया नंबर पहिला  
 
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खड़े रह गये निर्बल, बूढ़े, बच्चे, महिला  
 
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कहँ ‘काका' कवि, करके बंद धरम का काँटा  
 
कहँ ‘काका' कवि, करके बंद धरम का काँटा  
 
 
लाला बोले - भागो, खत्म हो गया आटा
 
लाला बोले - भागो, खत्म हो गया आटा
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00:30, 29 अक्टूबर 2009 के समय का अवतरण

राशन की दुकान पर, देख भयंकर भीर
‘क्यू’ में धक्का मारकर, पहुँच गये बलवीर
पहुँच गये बलवीर, ले लिया नंबर पहिला
खड़े रह गये निर्बल, बूढ़े, बच्चे, महिला
कहँ ‘काका' कवि, करके बंद धरम का काँटा
लाला बोले - भागो, खत्म हो गया आटा