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माँ की कुछ छोटी कविताएँ (4) / रचना श्रीवास्तव

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गाँव मोहल्ले
रिश्ते नातेदारों का
हाल विस्तार से बताती है
ख़ुद का पूछो तो
"ठीक हूँ" कह
चुप हो जाती है
थोड़ी देर मे पुनः
सब का हाल बताने लगती है
माँ ने आपने लिए
ठीक हूँ शब्द खरीद लिया है