भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

मुमताज महल / दिल की धड़कन बना लिया उनको

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

रचनाकार: ??                 

दिल की धड़कन बना लिया उनको।
पुतलियों में छुपा लिया उनको।।

जिनके चूमे क़दम बहारों ने।
मुस्करा कर लुभा लिया उनको।।

टोलियाँ ढूंढती हैं तारों की।
मैंने जब से चुरा लिया उनको।।