भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

मुल्‍क / लीलाधर मंडलोई

Kavita Kosh से
Pradeep Jilwane (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 15:31, 29 सितम्बर 2010 का अवतरण (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=लीलाधर मंडलोई |संग्रह=लिखे में दुक्‍ख / लीलाधर म…)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज


खबरें जो सुनी नहीं गई ध्‍यान से जैसे
किसान आत्‍महत्‍या कर रहे हैं
मजदूर आत्‍मदाह
कामकाजी औरतें
बलात्‍कार से खुद को बचा नहीं पा रहीं
भ्रष्‍टाचार की आग
गोल इमारत में भी

चैनल गुप्‍त रूप से
नये-नये ऑपरेशन में सक्रिय
और लेन-देन का
विलम्‍ब प्रसारण

मुल्‍क यकीनन बदल रहा है