भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
|रचनाकार=ख़्वाजा मीर दर्द
}}
[[category: ग़ज़ल]]
<poem>
मेरा जी है जब तक तेरी जुस्तजू है|<br>ज़बान ज़बाँ जब तलक है यही गुफ्तगू गुफ़्तगू है|<br><br>
ख़ुदा जाने क्या होगा अंजाम इस का,<br>इसकामैं बेसबर मै बेसब्र इतना हूं हूँ वो तुन्द ख़ू है|<br><br>
तमान्ना तमन्ना है तेरी अगर है तमान्ना,<br>तमन्नातेरी आरजू आरज़ू है, अगर आरजू आरज़ू है|<br><br>
किया सैर सब हमने गुलजारगुलज़ार-ए-दुनिया,<br>गुल-एगुले-दोस्ती में अजब रंग- ओरंगो-बू है|<br><br>
ग़नीमत है ये दीद वा दीददीदे-ए-यारा,याराँजहा मुंद जहाँ मुँद गयी आँख, मैं हूँ है न तू है|<br><br>
नज़र मेरे दिल की पड़ी ‘दर्द’ किस पर,जिधर देखता हूँ वही रू-ब-रू है| <br><br/poem>