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"मेरे जज़्बात मेरे नाम बिके / अनिरुद्ध सिन्हा" के अवतरणों में अंतर
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20:52, 4 नवम्बर 2009 का अवतरण
मेरे जज़्बात मेरे नाम बिके
उनके ईमान सरेआम बिके
एक मंडी है सियासत ऎसी
जिसमें अल्लाह बिके राम बिके
पी के बहका न करो यूँ साहब
अब तो मयख़ाने के हर जाम बिके
उनकी बातों का भरोसा कैसा
जिनके मजमून सुबह-शाम बिके
कैसे इजहार करूँ उल्फ़त के
मेरे अरमान बिना दाम बिके