भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

मैं भी अमेरिका का गीत गाता हूँ / लैंग्स्टन ह्यूज़ / विनोद दास

Kavita Kosh से
Sirjanbindu (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 09:31, 4 दिसम्बर 2020 का अवतरण

यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

मैं भी
अमेरिका का
गीत गाता हूँ

मैं अश्वेत भाई हूँ
जब कोई कम्पनी आती है
वे मुझे रसोई में
खाना खाने के लिए भेज देते हैं ।

मैं हँसता हूँ
और खूब खाता हूँ
और मजबूत बनता हूँ ।

कल
जब कम्पनी आएगी
मैं मेज़ पर बैठूँगा
तब कोई मुझसे यह कहने की
ज़ुर्रत नहीं करेगा —
रसोई में जाकर खाओ ।

इसके अलावा
वे देखेंगे
कि मैं कितना सुन्दर हूँ
और वे शर्मिंदा होंगे
मैं भी अमेरिकी हूँ ।

अँग्रेज़ी से अनुवाद : विनोद दास
………………………………………………………………………
यहाँ क्लिक गरेर यस कविताको नेपाली अनुवाद पढ्न सकिन्छ