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"मौन का हाथ / अरुणा राय" के अवतरणों में अंतर

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हृदयांधकार में बैठा  
 
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जहां
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जल रह होगा तू
 
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तेरी मद्धिम आंच में बैठ
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तेरे मौन का हाथ।
 
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23:05, 5 नवम्बर 2009 के समय का अवतरण

पुकारने पर
प्रति-उत्तर ना मिले
तो बाहर नहीं भटकूंगी अब
बल्कि लौटूंगी
भीतर ही

हृदयांधकार में बैठा
जहाँ
जल रह होगा तू
वहीं
तेरी मद्धिम आँच में बैठ
गहूंगी
तेरे मौन का हाथ।