भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
{{KKCatKavita}}
<poem>
'''यह माँ के आने का संकेत है'''
 
जब भोर
सूर्य में से फूटती है,
जब हवा
श्लोक बुदबुदाते हुए
शिवाले की घंटनाद
अपने कन्धों पर लादे
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
53,116
edits