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"यों तो बदली हुई राहों की भी मजबूरी थी / गुलाब खंडेलवाल" के अवतरणों में अंतर

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यों तो बदली हुई राहों की भी मजबूरी थी  
 
यों तो बदली हुई राहों की भी मजबूरी थी  
कुछ मगर फूल सी बाँहों की भी मजबूरी थी
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कुछ मगर फूल-सी बाँहों की भी मजबूरी थी
  
 
कुछ तो मजबूर किया उनकी अदाओं ने हमें  
 
कुछ तो मजबूर किया उनकी अदाओं ने हमें  

02:18, 12 अगस्त 2011 के समय का अवतरण


यों तो बदली हुई राहों की भी मजबूरी थी
कुछ मगर फूल-सी बाँहों की भी मजबूरी थी

कुछ तो मजबूर किया उनकी अदाओं ने हमें
और कुछ अपनी निगाहों की भी मजबूरी थी

यों तो दीवाना बताते हैं हमें लोग, मगर
कुछ तेरे प्यार की राहों की भी मजबूरी थी

प्यार की दी है सज़ा हमको मगर यह तो बता,
क्या न इन शोख़ गुनाहों की भी मजबूरी थी?

यों तो इस बाग़ में हँसने के लिए आये गुलाब
दिल से उठती हुई आहों की भी मजबूरी थी