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रामजी जुनि जइअउ जनक रघुवर जुनी जईयो अयोध्या नगर गे, कोबर हमर गे योकोहबर के अहाँ बर यो ना-2अगहन सिया केँ बिआहब, अघहन राम के बियाह पूस कोबर सजायबकोहबर घर सजायल - 2माघ सीरक भरा देब सिरा के भरायब रघुबर यो कोहबर के, कोबर हमर गे अहाँ बर यो नारघुवर जुनी जईयऊ अयोध्या नगर योकोहबर के अहाँ बर यो ना फागुन फागु फगुआ खेलायब, चैत फूल लोढ़ि लोढ़ी लायब- 2बैसाख बैशाख बेनिया डोलायब रघुबर यो कोहबर के, कोबर हमार गे अहाँ बर यो नारघुवर जुनी जईऊ अयोध्या नगर योकोहबर के अहाँ बर यो ना जेठ तलफल राति, अखाढ़ बरखा बरसे दिन रातिरुख मंजराए अषाढ़ जल बरसाय -2 साओन सावन झूला झुला देब हम झुलायब रघुबर यो कोहबर के, कोबर हमर गे अहाँ बर यो नाभादब निशी जागे नारि, रघुवर जुनी जईयो अयोध्या नगर योकोहबर के अहाँ बर यो ना भादो राति अन्हियार आसिन करती विचारअसरा लगायल -2कातिक चलि भेली अपन चली जयबई अयोध्या नगर गे, कोबर हमर गे योकोहबर के अहाँ बर यो नारघुवर जुनी जईयो अयोध्या नगर योकोहबर के अहाँ बर यो ना
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