भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
रवि रश्मि किरीट धरे द्युति कुन्तलों की नव नीर धरों पय लिये
श्रुति भार हितैषी स्ववादित वीण का किन्नरों से भ्रमरों पय लियेउतरी पड़ती नभ से परी सी मनो मानो स्वर्ण प्रभात परों पय लिये
किरणों के करों सरों के जलजात उषा की हँसि अधरों पय लिये
<poem>
2,913
edits