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"वह कैसे कहेगी / अशोक वाजपेयी" के अवतरणों में अंतर

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वह कैसे कहेगी – हाँ!
 
वह कैसे कहेगी – हाँ!

13:01, 5 सितम्बर 2009 के समय का अवतरण

वह कैसे कहेगी – हाँ!
हाँ कहेंगे
उसके अनुरक्त नेत्र
उसके उदग्र-उत्सुक कुचाग्र
उसकी देह की चकित धूप
उसके आर्द्र अधर
कहेंगे – हाँ
वह कैसे कहेगी – हाँ ?

रचनाकाल :1990