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विनय करहूँ कर जौर / शिवदीन राम जोशी

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विनय करहूँ कर जोर |
लाज की जहाज डूब ना जाये सुनियो नंदकिशोर ||
है तूफान सागर में प्यारे, नैया के पतवार हमारे |
तुम बिन रक्षा कौन करे प्रभु, ना कोई रक्षक और ||
धीरज छूटा जय संवारा, आजा लाज बचाय संवारा |
शरणागत शिवदीन पुकारे, होकर प्रेम विभोर ||
कृपा संत की चल रही नौका,आया नाथ हवा का झौका |
नैया डगमग - डगमग करती, ना चाले मेरा जौर ||
दिल में चित्र आपका साधू, धन्य - धन्य है मता अगाधू |
बैठ गरुड़ पर आवो भगवन, आवो बेगा दौर ||