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शिक्षा :एम०ए० (इतिहास), बी०एड०
लेखन विधा : ग़ज़ल, गीत, कविता, व्यंग्य-लेख, कहानी, समीक्षा आलेख ।
''''''प्रकाशित कृतियाँ : '''
1. शेष बची चौथाई रात 1999 (ग़ज़ल संग्रह),
2. सुबह की दस्तक 2006 (ग़ज़ल-गीत-कविता),
3. अंगारों पर शबनम 2012(ग़ज़ल संग्रह)
''''''उपलब्धियाँ : '''
*वागर्थ, कथादेश,वसुधा, रसरंग-दैनिक भास्कर, साप्ताहिक शुक्रवार, राष्ट्रधर्म सहित विभिन्न प्रतिष्ठित पत्र-पत्रिकाओं रचनाओं का प्रकाशन ।
*भावना प्रकाशन, दिल्ली द्वारा प्रकाशित ' समकालीन हिंदी ग़ज़लकार ' एवं किताबगंज प्रकाशन, राजस्थान द्वारा प्रकाशित
*अ०भा० साहित्य संगम, उदयपुर द्वारा काव्य कृति ‘सुबह की दस्तक’ पर राष्ट्रीय प्रतिभा सम्मान के अन्तर्गत 'काव्य-कौस्तुभ' सम्मान तथा लायन्स क्लब द्वारा ‘छतरपुर गौरव’ सम्मान ।
* इंटरनेट पर ‘कविता कोश’, भारत कोश, रेख़्ता, विकिपीडिया, सहित्यकुंज, अनुभूति आदि पर प्रकाशित ।
''''''सम्प्रति :'''अध्यापन''''''सम्पर्क : ''' छत्रसाल नगर के पीछे, पन्ना रोड, छतरपुर (म.प्र.)पिन-471001
'''मोबाइल फ़ोन नम्बर-09981585601
''''''संस्तुतियाँ''''''
'अकेला' की ग़ज़लों में भरपूर शेरियत और तग़ज़्जुल है । छोटी बड़ी सभी प्रकार की बहरों मे उन्होंने नए नए प्रयोग किए हैं और वे खूब सफल भी हुए हैं । उनके शेरों में यह ख़ूबी है कि वे ख़ुद-ब-ख़ुद होठों पर आ जाते हैं जैसे कि यह शेर-
'''इक रूपये की तीन अठन्नी माँगेगी