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शुमार-ए-सुबहा मरग़ूब-ए-बुत-ए-मुश्किल पसंद आया / ग़ालिब

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शुमार-ए-सुबहा<ref>प्रार्थना के मोतीयों की माला का उपयोग</ref> मरग़ूब-ए-बुत-ए-मुश्किल<ref>दुष्ट प्रेमी</ref> पसंद आया
तमाशा ब यक-कफ़बुरदन-ए-सददिल<ref>सौ दिलों को एक हाथ में पकड़ने का दृश्य</ref> पसंद आया

ब फ़ैज़-ए-बे-दिली<ref>असंतुष्टी का शुत्रिया</ref> नौमीदी-ए-जावेद<ref>सारी उमर के लिए ना-उम्मीदी</ref> आसां है
कुशायिश<ref>खुशी, शांति</ref> को हमारा उ़क़दा-ए-मुश्किल<ref>कठिन गाँठ, गहरी उलझन</ref> पसंद आया

हवा-ए-सैर-ए-गुल<ref>गुलाबों के बीच घूमने की चाह</ref> आईना-ए-बे-मिहरी<ref>कठोरता</ref>-ए-क़ातिल
कि अंदाज़-ए-ब ख़ूं-ग़लतीदन-ए-बिसमिल<ref>ज़ख्मी लोगों की लहू भरी तड़प</ref> पसंद आया

शब्दार्थ
<references/>