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"सूचना / दुष्यंत कुमार" के अवतरणों में अंतर

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मैं मुसकाया वहाँ मौन<br>
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रो दिया किन्तु कमरे में आकर<br>
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मैं मुसकाया वहाँ मौन
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मेरा कमरा औ' मेरा घर ।<br><br>
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जैसे दो दुनिया हों मुझको
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मेरा कमरा औ' मेरा घर ।
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10:59, 4 अप्रैल 2011 का अवतरण

कल माँ ने यह कहा –-
कि उसकी शादी तय हो गई कहीं पर,
मैं मुसकाया वहाँ मौन
रो दिया किन्तु कमरे में आकर
जैसे दो दुनिया हों मुझको
मेरा कमरा औ' मेरा घर ।