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सोच लेइयो / रूपसिंह राजपुरी

1 byte added, 03:56, 18 अक्टूबर 2013
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<poem>मन्दिर-मस्जिद आस्था है,
आस्था रो कोई भवन नी हुवै।
हिन्दु-मुस्लिम भाई-भाई हैं,
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