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हथिया नक्षत्र का बरसना / बिहुला कथा / अंगिका लोकगाथा

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होरे हरिहर फाही फूहो बरषे मेघवा रे होरे तोला परमान बरसे तो लागल मेघा रे॥
हरिहर फाहीं फुहो बरसे लागल रे।
होरे आधा कवना रमान बरषे लागल मेघा रे।
होरे हरिहर फाही फुही बरसे मेघा रे।
होरे करवा परमान बरसे तो लागल मेघा रे।
हरिहर फाहीं फुही बरसे मेघा रे॥
होरे तबो नाहीं भागे चौकी पहरुदार मेघा रे।
होरे हरिहर परमान बरसे मेघा रे।
होरे आव पाव परमान बरसे तो लागल मेघा रे।
होरे हरिहर फही फुही बरसे मेघा रे।
होरे तैयो नाहीं गाले रे दैवा मोगल पैठान रे।
होरे तैयो नाहीं भागले रे दैवा दारुण के जान रे।
होरे बोले तो लागल रे बनिया चांदो सौदागर रे।
होरे आजुदिन आवेरे मैंया सवजनभरी खाएब रे॥

होरे देबउ बकशीष रे दैवा सब जनम भरीखावे रे।
होरे एतना सुनिये हे देवी मन रिसीऐलो हे॥
होरे करेले हुंकार हे माता कानी तो सेवाती हे।
होरे देवीका बचन रे मेघा सरवन सुतले हे॥
होरे आए तो जुमल रे मेघा देवी के हजूर रे।
होरे देले तो हुकुम हे माता कानी तो सेबाती हे॥
होरे पुरब का घटा रे दैवा पश्चिम भये गेल रे।
होरे चारों दिगे आवे रे मेघा घेरी बरु लेले रे॥
होरे पानी केर बुन्द रे दैवा बरिसे लागल रे।
होरे झमरी-झमरी रे मेघा बरसे लागल रे॥
होरे पुरवा पवन बहे हे मातादेले छे उठाय हे।
होरे जाड़ तो जड़ायेले रे दैबा मोगल केर दांत रे॥
होरे ऐसन नौकरी रे दैवा हमें ना करब रे।
होरे नौकरी कारण रे दैवा जाई छै परान रे॥
होरे जानतो बचतेरे भाई लोग ढे़र नौकरी होतो रे।
होरे पानी के बुन्द रे दैवा बरिसे सेर के परमान रे॥
होरे हार नदये आवे रे दैवा सभे लागल रे।
होरे वेकसर आवे रे बनियाँ चौकी बरु देई रे॥
होरे बोले तो लगली हे माता मैना बिषहरी रे।
होरे यह दाबे छउ रे मेघा हथिया मरबे रे॥
होरे येक तो पथल रे मेघा देहो न गिर जाय रे।
होरे ऐसन गिरावे मेघा देहो न गिर जाय रे॥

होरे मैना का बचन रे मेघा राखेले परमान रे।
होरे मन परमान रे मेघा पथल गिराबोले रे॥
होरे पथल गिरले रे दैवा हथिया के मस्तक रे।
होरे राम करो रे हथिया तेजले परान रे॥
होरे मुरछा गिरले रे बनियाँ चांदो सौदागर रे।
होरे दांतो झांखलागी रे बनियाँ चाँदो सौदागर रे॥
होरे एतना सुनके दैवा सोनिका साहुनी रे।
होरे दौड़ली जे आवे सोनिका लेले छै उठाय रे॥
होरे लय तो आनले ये सोनिका आपन बासघर रे।
होरे दांती तो छोरायगे सोनिका बोलेतो लगली हे॥
होरे स्वामी जे बचन ढेर दैवा रे बाल होयत रे।
होरे दाव जै पाइले हे माता मैना बिषहरी हे॥