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"हमका मेला में चलिके घुमावा पिया / भोजपुरी" के अवतरणों में अंतर

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20:22, 15 जुलाई 2014 का अवतरण

   ♦   रचनाकार: पवन विजय

हमका मेला में चलिके घुमावा पिया
झुलनी गढ़ावा पिया ना ।

अलता टिकुली लगइबे
मंगिया सेनुर से सजइबे,

हमरे उँगरी में मुनरी पहिनावा पिया
मेला में घुमावा पिया ना ।

हँसुली देओ तुम गढ़ाई
चाहे कितनौ हो महंगाई,

हमे सोनरा से कंगन देवावा पिया
हमका सजावा पिया ना ।

बाला सोने के गढ़इबे
चाँदी वाली करधन लइबे,

छागल माथबेनी हमके बनवावा पिया
झुमकिउ पहिनावा पिया ना ।

कड़ेदीन की जलेबी
मिठाईलाल वाली बरफी,

डंगर हेलुआई के एटमबम लियावा पिया
इमरती खियावा पिया ना ।

गऊरी शंकर धाम जइबे
अम्बा धाम के जुड़इबे ,

इही सोम्मार रोट के चढावा पिया
धरम तू निभावा पिया ना ।