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हम आपके हैं कौन / जूते दे दो पैसे ले लो

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रचनाकार: रविंदर रावल                 

 

दूल्हे की सालियों ओ हरे दुपट्टे वालियों
जूते दे दो पैसे ले लो
जूते दे दो पैसे ले लो

दुल्हन के देवर तुम दिखलाओ ना ये तेवर
पैसे दे दो जूते ले लो
पैसे दे दो जूते ले लो

हे हे हे हे

अजी नोट गिनो जी, जूते लाओ
जिद छोड़ो जी, जूते लाओ
फ्रॉड हैं क्या हम, तुम ही जानो
अकड़ू हो तुम, जो भी मानो
जो भी मानो, जो भी मानो

अजी बात बढ़ेगी, बढ़ जाने दो
माँग चढ़ेगी, चढ़ जाने दो
पड़ो ना ऐसे, पहले जूते
पहले जूते पहले जूते

जूते लिये हैं नहीं चुराया कोई जेवर
दुल्हन के देवर तुम दिखलाओ ना ये तेवर
पैसे दे दो जूते ले लो
जूते दे दो पैसे ले लो

कुछ ठँडा पी लो, मूड नहीं है
दही बड़े लो, मूड नहीं है
कुल्फ़ी खा लो, बहुत खा चुके
पान खा लो, बहुत खा चुके
बहुत खा चुके बहुत खा चुके

अजी रसमलाई, आपके लिये
इतनी मिठाई, आपके लिये
पहले जूते, खाएँगे क्या
आपकी मर्जी, नाजी तौबा
नाजी तौबा नाजी तौबा

किसी बेतुके शायर की बेसुरी क़व्वालियों
दूल्हे की सालियों ओ हरे दुपट्टे वालियों
जूते दे दो पैसे ले लो

हे हे हे हे
जूते दे दो पैसे ले लो