भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"हरे प्रकाश उपाध्याय/ परिचय" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
 
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
 
   
 
   
 
<poem>
 
<poem>
भोजपुर बिहार के एक गांव बैसाडीह थाना पीरो में जन्में [[हरे प्रकाश उपाध्याय]] की कवितायें अनेक पत्रिकाओं में प्रकाशित हुयी हैं ये कहानियां भी लिखतें हैं । इन्हे उत्कृष्ट लेखन के लिये अंकुर मिश्र स्मृति पुरस्कार प्राप्त हो चुका है। इनकी कविताओं में भाव बोध व्यापक है । वह ठेठ ग्रामीण संस्कृति के रीति रिवाजों के रचना संदर्भ में ऐतिहासिक परिवर्तन (क्रान्ति) को चित्रित करने की योग्यता रखते हैं । [[डॉ0 विश्वनाथ त्रिपाठी]] जी ने उनके कविता संग्रह [[खिलाड़ी दोस्त और अन्य कविताएँ / हरे प्रकाश उपाध्याय]] के प्राक्कथन में [[हरे प्रकाश उपाध्याय]] को जमीनी हकीकत का कवि बताया है।
+
भोजपुर बिहार के एक गांव बैसाडीह थाना पीरो में जन्में [[हरे प्रकाश उपाध्याय]] की कवितायें अनेक पत्रिकाओं में प्रकाशित हुयी हैं ये कहानियां भी लिखतें हैं । इन्हे उत्कृष्ट लेखन के लिये अंकुर मिश्र स्मृति पुरस्कार प्राप्त हो चुका है। इनकी कविताओं में भाव बोध व्यापक है । वह ठेठ ग्रामीण संस्कृति के रीति रिवाजों के रचना संदर्भ में ऐतिहासिक परिवर्तन (क्रान्ति) को चित्रित करने की योग्यता रखते हैं । डॉ0 [[विश्वनाथ त्रिपाठी]] जी ने उनके कविता संग्रह [[खिलाड़ी दोस्त और अन्य कविताएँ / हरे प्रकाश उपाध्याय]] के प्राक्कथन में [[हरे प्रकाश उपाध्याय]] को जमीनी हकीकत का कवि बताया है।
 
</poem>
 
</poem>
 
[[अशोक कुमार शुक्ला]]--[[सदस्य:Dr. ashok shukla|Dr. ashok shukla]] 09:56, 19 जनवरी 2012 (CST)
 
[[अशोक कुमार शुक्ला]]--[[सदस्य:Dr. ashok shukla|Dr. ashok shukla]] 09:56, 19 जनवरी 2012 (CST)

17:16, 3 मार्च 2012 के समय का अवतरण

भोजपुर बिहार के एक गांव बैसाडीह थाना पीरो में जन्में हरे प्रकाश उपाध्याय की कवितायें अनेक पत्रिकाओं में प्रकाशित हुयी हैं ये कहानियां भी लिखतें हैं । इन्हे उत्कृष्ट लेखन के लिये अंकुर मिश्र स्मृति पुरस्कार प्राप्त हो चुका है। इनकी कविताओं में भाव बोध व्यापक है । वह ठेठ ग्रामीण संस्कृति के रीति रिवाजों के रचना संदर्भ में ऐतिहासिक परिवर्तन (क्रान्ति) को चित्रित करने की योग्यता रखते हैं । डॉ0 विश्वनाथ त्रिपाठी जी ने उनके कविता संग्रह खिलाड़ी दोस्त और अन्य कविताएँ / हरे प्रकाश उपाध्याय के प्राक्कथन में हरे प्रकाश उपाध्याय को जमीनी हकीकत का कवि बताया है।

अशोक कुमार शुक्ला--Dr. ashok shukla 09:56, 19 जनवरी 2012 (CST)