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"हर दाने पै इक क़तरा, हर क़तरे पै इक दाना / आरज़ू लखनवी" के अवतरणों में अंतर

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हर दाने पै इक क़तरा, हर क़तरे पै इक दाना।  
 
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इस हाथ में सुमरन है, उस हाथ में पैमाना॥
 
इस हाथ में सुमरन है, उस हाथ में पैमाना॥
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कुछ तंगियेज़िन्दाँ से दिलतंग नहीं वहशी।
 
कुछ तंगियेज़िन्दाँ से दिलतंग नहीं वहशी।
 
फिरता है निगाहों में, वीरना-ही-वीराना॥
 
फिरता है निगाहों में, वीरना-ही-वीराना॥
 
 
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00:28, 10 नवम्बर 2009 के समय का अवतरण

हर दाने पै इक क़तरा, हर क़तरे पै इक दाना।
इस हाथ में सुमरन है, उस हाथ में पैमाना॥

कुछ तंगियेज़िन्दाँ से दिलतंग नहीं वहशी।
फिरता है निगाहों में, वीरना-ही-वीराना॥