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"हवाए-तुन्द में ठहरा न आशियाँ अपना / यगाना चंगेज़ी" के अवतरणों में अंतर
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चराग़ जल न सका ज़ेरे आस्माँ अपना॥ | चराग़ जल न सका ज़ेरे आस्माँ अपना॥ | ||
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निकल चला था दबे पाँव कारवाँ अपना॥ | निकल चला था दबे पाँव कारवाँ अपना॥ |
14:01, 11 जुलाई 2009 का अवतरण
हवा- ए-तु न्द में<ref>तेज़ हवा में</ref> ठह रा न आशियाँ अपना।
चराग़ जल न सका ज़ेरे आस्माँ अपना॥
जरसने<ref>यात्री दल
के ऊँटॊं की घंटी की आवाज़ ने</ref> मुज़द-
ए-मंज़िल<ref>यात्रा का अंत होने की ख़ुशखबरी</ref> सुना के चौंकाया।
निकल चला था दबे पाँव कारवाँ अपना॥
शब्दार्थ
<references/>