भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

हेली-2 / ताऊ शेखावाटी

1 byte added, 06:03, 16 अक्टूबर 2013
|संग्रह=
}}
{{KKCatMoolRajasthani‎KKCatRajasthaniRachna}}{{KKCatKavita‎}}<poem>न्यारा-न्यारा चरित जगत में झालो दे’र बुलावै है ।
सोच समझ की बोल म्हारी हेली! तूँ कांई बणणे चावै है ।।
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader, प्रबंधक
35,100
edits