भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

अतीत / डी. एम. मिश्र

Kavita Kosh से
Dkspoet (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 17:33, 1 जनवरी 2017 का अवतरण

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

घोंसले से निकलकर
चूजा डाल पर बैठा
और सीखने लगा
उड़ने की तरकीब

कल जब
थकान
उड़ान के
आड़े आयेगी
घोंसला
बहुत याद आयेगा