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आदि शक्ति जगदम्ब भवानी / साँझ सुरमयी / रंजना वर्मा

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आदिशक्ति जगदम्ब भवानी नमन हजारों बार॥
सज धज कर माँ दुर्गा
आती हर घर हर द्वारे ,
गूँजा करते दिवस रैन
माता के जयकारे।
बार बार जग पूजे माँ के चरण हजारों बार।
आदिशक्ति जगदम्ब भवानी नमन हजारों बार॥
है श्रृंगार अलौकिक माँ का
अनुपम है श्रृंगार ,
सदा सुहागिन माता मेरी
शिव सँग करें विहार।
तेरी खुशबू से महका यह चमन हजारों बार।
आदिशक्ति जगदम्ब भवानी नमन हजारों बार॥
रोग , शोक , दुख , दर्द सभी हैं
शत्रु तुम्हारे माँ ,
विपद पड़ी मानव पर जब जब
असुर सँहारे माँ
लायी है तू देश हमारे अमन हजारों बार।
आदिशक्ति जगदम्ब भवानी नमन हजारों बार॥