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कुर्सी से चिपका / राजकिशोर सिंह
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राज-नेताओं की
सभा के अंदर
गया घुस
एक बंदर
पूछने लगा
नेताओं से
भिन्न-भिन्न सवाल
तुरंत में
मच गया बवाल
सवाल था
कि
आपने बंदर जैसा
उछलना-कूदना
कहाँ सीऽा है
पेड़ों पर चिपकना
मेरी आदत है
आपने
कुर्सी से चिपकना
कहाँ सीऽा है
सभी नेता
हो गए चुप
मानो सभा
हो गयी मूक
बीच से एक
वयोवृ( नेता उठा
उसने
उत्तर दिया अनूठा
कि अरे बानर
कहना चाहता हूँ
एक बात आपसे
यह प्रश्न
यह प्रश्न पूछना
चाहिए आपको
मेरे बाप से
बंदर ने कहा
बेटा भी जानता है
बाप का हाल
इसलिए
जल्द हल कीजिए
यह सवाल
विवश होकर
चुपके से रो-रो कर
बूढ़े नेता ने कहा
मेरे बाप की
दोस्ती हो गई
बंदर कुल से
सीऽा स्वभाव
उसने
उसी के मूल से
इसी कारण
चुनाव के समय
मैं उछल-कूद
करता हूँ
शेष दिन
कुर्सी से
चिपका रहता हूँ।